Top 5 supercomputers in india of 2026

Top 5 supercomputers in india भारत ने तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग (High Performance Computing – HPC) के क्षेत्र में देश अब दुनिया के अग्रणी देशों की सूची में शामिल हो चुका है। राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (National Supercomputing Mission – NSM) के तहत बने कई अत्याधुनिक सुपरकंप्यूटर आज भारत को एआई (Artificial Intelligence), मौसम विज्ञान, और वैज्ञानिक शोध में अग्रणी बना रहे हैं.


1. ऐरावत (AIRAWAT-PSAI) – भारत का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर

स्थान: सी-डैक (C-DAC), पुणे
गति (कंप्यूटिंग पावर): 13.17 पेटाफ्लॉप्स
वैश्विक रैंक: 75 (TOP500 सूची में)

ऐरावत, भारत का पहला एआई आधारित सुपरकंप्यूटर है, जिसे MeitY (Ministry of Electronics and Information Technology) द्वारा विकसित किया गया है। यह सुपरकंप्यूटर NVIDIA DGX A100 और AMD EPYC प्रोसेसर पर आधारित है।
इसकी मदद से भारत में हेल्थकेयर, जलवायु परिवर्तन, कृषि एनालिटिक्स, और रक्षा अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में तेज़ और सटीक परिणाम मिल रहे हैं।


2. परम सिद्धि AI (PARAM Siddhi AI) – एआई अनुसंधान में भारत का गौरव

स्थान: सी-डैक, पुणे
गति: 5.27 पेटाफ्लॉप्स
वैश्विक रैंक: 131

परम सिद्धि AI को राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत विकसित किया गया है। यह NVIDIA DGX SuperPOD आर्किटेक्चर पर आधारित है और भारत की वैज्ञानिक क्षमता का प्रतीक है।
इसका उपयोग रक्षा तकनीक, शहरी योजना, चिकित्सा विश्लेषण, और डीप लर्निंग एल्गोरिद्म्स में किया जा रहा है.


3. प्रत्यूष (Pratyush) – मौसम भविष्यवाणी का महारथी

स्थान: भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM), पुणे
गति: 4.01 पेटाफ्लॉप्स
वैश्विक रैंक: 169

प्रत्यूष सुपरकंप्यूटर भारत की जलवायु और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली का मुख्य आधार है। यह Cray XC40 सिस्टम पर आधारित है और इसका प्रयोग मॉनसून पूर्वानुमानजलवायु परिवर्तन अध्ययन, और महासागरीय विज्ञान में किया जाता है.


4. मिहिर (Mihir) – जलवायु और प्राकृतिक आपदाओं के विश्लेषण में महत्वपूर्ण

स्थान: नेशनल सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्टिंग (NCMRWF), नोएडा
गति: 2.81 पेटाफ्लॉप्स
वैश्विक रैंक: 316

मिहिर सुपरकंप्यूटर भी Cray XC40 आर्किटेक्चर पर आधारित है। इसका उपयोग भारत के विभिन्न राज्यों में चक्रवात, वर्षा भविष्यवाणी, तथा वायु गुणवत्ता विश्लेषण में किया जा रहा है।
यह प्रत्यूष के साथ मिलकर देश भर में सटीक और त्वरित मौसम भविष्यवाणियां करने में मदद करता है.


5. परम युव-II (PARAM Yuva II) – वैज्ञानिक अनुसंधान का प्रारंभिक स्तंभ

स्थान: सी-डैक, पुणे
गति: 2.1 पेटाफ्लॉप्स

परम युव-II भारत के शुरुआती स्वदेशी सुपरकंप्यूटरों में से एक है जिसे C-DAC द्वारा 2013 में विकसित किया गया था। यह आज भी प्रशिक्षण और शिक्षण संस्थानों में वैज्ञानिक शोध, इंजीनियरिंग सिमुलेशन और शिक्षण कार्य में प्रयोग हो रहा है।


2026 में भारत के नए (Supercomputers) सुपरकंप्यूटर – परम रुद्र का आगमन

हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परम रुद्र सुपरकंप्यूटर (PARAM Rudra) का शुभारंभ किया है। यह सिस्टम एनएसएम के चौथे चरण का हिस्सा है और इसकी क्षमता 35 पेटाफ्लॉप्स तक पहुँचने की उम्मीद है।
यह भारत के एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग और मौसम संबंधी अध्ययन को नई ऊर्जा देने वाला बनेगा.


Importance of Top 5 supercomputers in india – भारत के सुपरकंप्यूटरों का महत्व

  1. कृषि और मौसम विज्ञान: सटीक मॉनसून और फसल पूर्वानुमान।
  2. एआई और डेटा विश्लेषण: मशीन लर्निंग मॉडल को तेज़ प्रशिक्षण।
  3. हेल्थकेयर: बीमारियों की पहचान और नई दवा की खोज।
  4. रक्षा अनुसंधान: राष्ट्रीय सुरक्षा और सिमुलेशन आधारित प्रयोग।
  5. शिक्षा एवं नवाचार: छात्रों को उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण।

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