vartman mein bharat ka sabse tej super computer kaun sa hai
भारत का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर वर्तमान में AIRAWAT PSAI है, जिसे पुणे स्थित सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) में स्थापित किया गया है। यह सुपरकंप्यूटर भारत की तकनीकी क्षमताओं में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर माना जाता है क्योंकि इसे विश्व के 500 सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटरों की सूची में 75वां स्थान प्राप्त हुआ है। AIRAWAT PSAI को नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के अंतर्गत विकसित किया गया है और इसका निर्माण Netweb Technologies कंपनी ने किया है.
AIRAWAT PSAI की तकनीकी विशेषताएं
यह सुपरकंप्यूटर Ubuntu 20.04.2 LTS ऑपरेटिंग सिस्टम पर कार्य करता है और इसमें AMD EPYC 7742 प्रोसेसर का उपयोग किया गया है, जिसकी गति 2.25 गीगाहर्ट्ज है। इसमें कुल 81,344 कोर हैं, जो इसे 13,170 टेराफ्लॉप्स (Rpeak) की अद्भुत स्पीड प्रदान करते हैं. यह सिस्टम कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, मौसम पूर्वानुमान, जलवायु परिवर्तन, चिकित्सा अनुसंधान और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रयोग हो रहा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता में AIRAWAT PSAI का योगदान
yaha AIRAWAT PSAI को विशेष रूप से एआई अनुसंधान और नवाचार के लिए डिजाइन किया गया है। इसके मिश्रित-सटीकता (mixed-precision) प्रदर्शन की क्षमता 200 एआई पेटाफ्लॉप्स तक जाती है, जबकि PARAM Siddhi-AI के साथ जुड़ने पर यह संयुक्त रूप से 410 एआई पेटाफ्लॉप्स की शक्ति प्रदान करता है. यह सेटअप भारत को विश्व के अग्रणी एआई सुपरकंप्यूटिंग देशों में रखता है। इसे MeitY (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) द्वारा वित्त पोषित किया गया है ताकि एआई अनुसंधान, डेटा प्रसंस्करण और राष्ट्रीय रणनीतिक परियोजनाओं में तेजी लाई जा सके।
AIRAWAT PSAI की वैश्विक स्थिति
AIRAWAT PSAI का 75वां स्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी स्थिति को मजबूत बनाता है। Top500 Global Supercomputing List में स्थान पाने के लिए AIRAWAT PSAI को LINPACK Benchmark परीक्षण से गुजारा गया था, जो किसी सुपरकंप्यूटर की वास्तविक गणनात्मक शक्ति को मापता है. इस सूची में शामिल होना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि यह दिखाता है कि देश अब विश्व की उन्नत तकनीकी दौड़ में अग्रणी स्थान प्राप्त कर रहा है।
निर्माण और उद्देश्य
AIRAWAT PSAI का निर्माण भारत की आत्मनिर्भरता नीति के तहत किया गया है, ताकि देश को बाहरी तकनीकी निर्भरता से मुक्त किया जा सके। यह सुपरकंप्यूटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोल रहा है—जैसे प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, चिकित्सा इमेजिंग, कृषि आधारित डेटा विश्लेषण, रोबोटिक्स, और शैक्षिक तकनीक.
निष्कर्ष
इस समय AIRAWAT PSAI केवल भारत का नहीं बल्कि एशिया का एक प्रमुख एआई सुपरकंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है। इसकी अप्रतिम कंप्यूटिंग क्षमता, उन्नत आर्किटेक्चर और एआई-समर्थ तकनीक भारत को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बना रही है। इसकी स्थापना विज्ञान, रक्षा, मौसम, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत को अभूतपूर्व गति प्रदान कर रही है और यह वास्तव में “डिजिटल भारत” के विजन को साकार करने में एक महत्वपूर्ण कदम है.
